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पिछली लोकसभा चुनाव के दौरान राजद सुप्रीमों श्री लालू प्रसाद यादव ने कांग्रेस पार्टी की मुखिया सोनिया गांधी से कहा था की अब गठबंधन नहीं लठबंधन होगा और अब जब की बिहार की 10 विधान सभा की सीटों के लिए उप चुनाव होना है तब जदयू ,राजद और कांग्रेस पार्टी का महा गठ बंधन बनाया गया है . और आज नितीश कुमार जो बिहार में सुशासन के लिए जाने जाते थे और उन्होंने अपने 9 साल के कार्यकाल में बिहार के लोगों का विकास भी किया बिहार की सड़कें जो वर्षों से टूटी थी जहाँ सड़क के बजाय गढ्ढे ही नजर आते थे लोग कहते थे गढ्ढे में सड़क है या सड़क में गढ्ढे यह कहना मुश्किल है उन सड़कों को बनवाया जिससे बिहार के लोगों को सुविधा हुयी और बिहार में विकास दिखा और लालू राज को जंगल राज बताकर ही नितीश कुमार बिहार में जीतकर आये और बिहार का विकास भी किया पर आज लालू से गले मिलकर भाजपा को सांप्रदायिक बताकर झूठ लाना शुरू किया खिल्ली उड़ाने लगे और कहने लगे मोदी जी ने कहा था अच्छे दिन आनेवाले हैं .क्या ?जनता के लिए अच्छे दिन आ गए . हाँ जरूर नेताओं के लिए अच्छे दिन आ गए . नितीश यह भी बताते की वे लालू के साथ गठबंधन करके बिहार के लोगों के लिए अच्छे दिन ला देंगे ऐसा सिलसिला क्या आज से है अब से है यह वर्षों से है चुनाव दर चुनाव है नेताओं और पार्टियों ने जनता को केवल ठगने का काम किया है जनता को केवल और केवल सपने दखाये हैं और इन्हीं सपनों को याद दिलाते रहते हुए अपने 5 साल का कार्यकाल पूरा किया है . क्या नितीश कुमार बिहार की जनता को बताएँगे की जब उनकी पार्टी १७ सालों से भाजपा के साथ गठबंधन में थे और भाजपा की पिछले केंद्र सरकार में रेल मंत्री भी रहे थे तब इनको भाजपा साम्प्रदयिक पार्टी नहीं दिखलाई देती थी लेकिन जब बी जे पी को ने नरेंद्र मोदी को अपना पी एम उम्मीदवार घोषित कर दिया तब नितीश को लगा पी एम उम्मीदवार नितीश क्यों नहीं हो सकते ? लेकिन कोई niteesh se poochhe unko पी एम उम्मीदवार भाजपा ne और नितीश की पी एम बनने की महत्वाकांक्षा hin जदयू का बी जे पी के साथ गठबंधन तोड़ने का कारन बना क्या is देश की जनता केवल नेताओं की महत्वाकांक्षा की पूर्ती के लिए इन नेताओं को apan कीमती वोट देकर उन्हें चुनाव में jeet दिअल्टी है क्या अब पि एम banna ही सर्वोपरी जनता के लिए निस्वार्थ bhaav से जनता की सेवा करना कोई mahatv नहीं rkhtaa .क्या नितीश लालू से मिलकर बिहार को फिर से जंगल राज के हवाले नहीं करना चाहते इसका जवाब बिहार की जनता को लालू एवं नितीश को जरूर देना चाहिए केवल यह कह कर जनता से वोट मांगन की rajniti में सब जायज है जनता के गले यह बात नहींउतरती और मेरे विचार से बिहार के इन १० सीटों के उपचुनाव में ये तीनो पार्टियां कांग्रेस , जदयू , एवं राजद बुरी तरह हार्नेगी और १० में से काम से काम ६ seet भाजपा जीतेगी . और इतना ही नहीं आनेवाले बिहार की विधान सभा चुनाव में इन तीनो पार्टियों का बुरी तरह सफाया होना tay है कांग्रेस जो कल तक राष्ट्रिय पार्टी थी उसको देश की जनता nen vipaksh में baithne का भी अधिकार नहीं दिया अब अपने वर्चस्व को बचने के लिए बिहार में लालू का साथ दे rahi है .लालू यादव जिनपर चारा ghotale का केश है और वे जेल से छोड़े गए हैं चुनाव prachar के लिए उनकी सदस्य्ता भी जाती रही लोकसभा चुनाव में kararee हार मिली फिर भी लालू नहीं samjhe . उनको अब ये समझना ही padegaa उनकी पार्टी को कोई महा महा गठबंधन बचा नहीं saktaa . और उनको बजाये गठबंधन करने के अपनी पार्टी नेताओं को janseva में भेजना चाहिए agle विधान सभा चुनाव के लिए जनता के बीच अपनी पार्टी को जीवित रखने का प्रयास करना चाहिए जो उनपर दाग लगा है उससे उनको बारी होकर निकलना चाहिए तभी कोई चुनाव ladna चाहिए
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