Menu
blogid : 8115 postid : 102

बिहार के मुख्यमंत्री श्री नितीश कुमार का पाकिस्तान दौरा- क्या? दोनों मुल्कों के आपसी संबंधों में कोई बदलाव ला पायेगा

aarthik asmanta ke khilaf ek aawaj
aarthik asmanta ke khilaf ek aawaj
  • 166 Posts
  • 493 Comments

अभी कल हीं नितीश कुमार अपने एक सप्ताह के पाकिस्तान दौरे से वापस लौटे हैं और अपेक्छा से कुछ ज्यादा वहां से उम्मीदें रखने का सन्देश दे रहें हैं बता रहे हैं उनकी खूब शाही खातिर तवज्जो हुयी वे कितने ही प्राचीन ऐतिहासिक जगहों पर घुमे जो अविभाजित भारत के धरोहर हैं और वहां उनको एक अछे भाईचारे वाला माहौल देखने को मिला वहां के उद्योगपति, शिक्छाविद ,स्वास्थ्य सेवा में जुड़े लोग सभी नितीश के सुशासन और उनके शासन के दौरान बिहार की अभूतपूर्व तर्रकी का राज जानना चाहा और जाहिर है , नितीश जी ने बड़े विस्तार से उनको इस बारे में जानकारी उपलब्ध करायी जिसके वे कायल हुए और जल्द बिहार आकर रूबरू उन विकास कार्यों को देखने का मन बनाया खासकर स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार एवं लड़कियों की सायकल योजना उनको जयादा प्रभावित किया और उन्होंने अपने मुल्क में उसी मोडल की तरह कार्य करने का मन बनाया . यह एक अछि बात है और हमरे नितीश जी इसके लिए बधाई के पात्र हैं और उनको प्रदेश की राजनीती से देश की केन्द्रीय राजनीती में पहुचकर पूरे देश की बागडोर अपने हाथ में लेनी चाहिए मेरा मतलब उन जैसा ब्यक्तित्व हीं आज पी एम् की कुर्सी का हक़दार होना चाहिए क्या पता जिस तरह बिहार को वे चमका दिए शायद अपना देश भी उस तरह चमक पड़े ?
अब जरा हमलोग बिहार की जमीनी हकीकत को देखें यह सब तो पडोसी मुल्क के लोगों को समझ आया पर क्या वास्तव में हमारे बिहार की सिक्छा ब्यवस्था में सुधार आया है क्या गाँव में प्राथमिक चिकित्सा केंद्र खुले हैं क्या वहां डाक्टर कभी आता है ? यह सब एक अनुतरित प्रश्न है जिसके बारे में न हमारे बिहार के स्वस्थ्य मंत्री श्री अश्विनी चौबे जी कुछ कहते हैं और नहीं हमारे माननीय मुख्यमंत्रीजी कुछ बतलाते हैं बस सेवा यात्रा निकाल दिया अधिकार रैली कर ली अपने शक्ति और लोकप्रियता का डंका पीटा पर क्या ? वे आज तक जिस गाँव दुबौली से गिफ्तार हुए जहाँ से उनके राजनितिक जीवन की शुरुआत हुयी उसी गाँव में आज तक पैर नहीं डाले साल दर साल कार्यकर्म बने और हमेशा कोई कारन बताकर वहां जाने का कार्यकर्म टलता रहा , वे ९ जून को गाँव दुबौली से मीसा कानून की धारा के तहत गिरफ्तार हुए थे दुर्भाग्य वश उन दिनों कई बार अति वर्षा होती है और उनका आना टलता जाता रहा है इत्तेफाक से मैं उसी गाँव का निवासी हूँ और अपना यह अनुरोध उनसे जनता दरबार में भी कर चुके हैं उन्होंने सबके सामने यह स्वीकारभी किया मैं उसी गाँव से आता हूँ जहाँ से वे गिरफ्तार हुए थे पर न वे उस गाँव में आज तक आये और नहीं वहां की कुछ रुके काम को करवाया उसमे से एक काम तो इतना जरुरी है जिसके नहीं होने से लाखो लीटर पीने का शुद्ध जल यूँ ही नालों में दिन रात्त बहता रहता है जो एक राष्ट्रिय छति है मैंने ब्यक्तिगत रूप से लिखकर उनको इसकी जानकारी दी पर आज तक वह जरुरी कार्य नहीं हुवा वहां सौर उर्जा से चालित एक बहुत बड़ा जल संयंत्र लगा है जिसको लगाने में लाखों रूपये खर्च हुए थे और यह कम २००३ में हुवा था और आज तक उस जल को घर -घर पहुचने का काम नहीं किया जा सका क्या यह भी नितीश जी की उपलब्धि ही कही जाएगी? आशा है उनके मिडिया प्रभारी इसको पढ़कर उनको फिर याद दिलाएंगे और इस काम को पूरा करने की और सम्बंधित अधिकारीयों को त्वरित आदेश जारी करेंगे औरैसे कई और गाँव के काम को पूरा कराएँगे तभी विकास कहलायेगा केवल पटना और दुसरे छोटे शहरों में चमचम बिजली जलने से प्रदेश विकसित नहीं कहलायेगा

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply