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नरेंद्र मोदी -भाजपा के भावी उद्धारक या एक तानाशाह ब्यक्तित्व ??

aarthik asmanta ke khilaf ek aawaj
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सबसे पहले नरेंद्र मोदी को तानाशाह कहना भारतीय राजनीती में एक गलत परम्परा को फिर से आगे बढ़ाने जैसा है इस देश की जनता ने दिवंगत पी एम् इंदिरा गाँधी की तानाशाही देखा है और उसके खिलाफ ही एक अभूतपूर्व जन आन्दोलन का सञ्चालन जयप्रकाश नारायण ने किया था आज के नरेंद्र मोदी और नितीश कुमार दोनों ही उसी आन्दोलन की उपज हैं अतः जिस देश ने इंदिरा जैसे तानाशाह को देखा है उसे नरेंद्र मोदी कभी तानाशाह नही लग सकते .रही बात भाजपा के भीतर अंतर्कलह की वह तो इस पार्टी का दुर्भाग्य ही कहलायेगा और पार्टी से ज्यादा जनता का दुर्भाग्य है की आज देश एक मजबूत बिपक्छ से भी वंचित है वर्ना जो पिछले दिनों घपले घोटाले हुए महंगाई कमर तोड़ बढती चली गयी न इसका कोई पूरजोर विरोध हुवा और इसीके चलते कांग्रेस इतनी मजबूती के साथ सरकार चलाये जा रही है इसे तो एक साल पहले गिरना चाहिए था पर विरोध की छमता नही आज के बिपक्छ में और कई मायनो में उनके अपने दामन भी दागदार ही दिखलाई दिए खासकर यदुरप्पा के चलते तो सबसे पहले बीजेपी को अपना घर ठीक करना होगा और अडवाणी जैसे अनुभवी नेताओं को किसी और मजबूत चेहरे को आगे लाना होगा क्यूंकि आखिर राजनीती में भी एक उम्र की सीमा तो होनी ही चाहिए अतः बीजेपी का भला होगा अगर वे सर्वसम्मति से नरेंद्र मोदी को ही अपना भावी प्रधानमंत्री घोषित करके अगले चुनाव में जाएँ और इस देश की जनता भी उन्हें भारी बहुमत से जिताएगी अगर बीजेपी उन्हें अपना नेता बताएगी और तो और मुस्लिम भी उनको वोट देंगे . यह तो कांग्रेस का कुप्रचार है मोदी के खिलाफ वर्ना मोदी के कार्यकाल में गुजरात जितना विकसित हुवा उतना और कोई प्रदेश कहाँ हो पाया? यह तो मोदी की ही सोंच का देन है जनता में सुख शांति भी है नरेंद्र मोदी को राष्ट्रिय पहचान दिलाने की अब जरुरत नही उनकी राष्ट्रिय पहचान खुद कांग्रेस पार्टी ही करवा रही है और जिस तरह नरेंद्र मोदी ने ब्रांड गुजरात लोगों को दिखाया वे ब्रांड इण्डिया श्रंखला भी बना पाएंगे ऐसा जनता में विश्वास है उनको तो कांग्रेस २००२ के दंगो की याद दिलाकर बदनाम करती आई है और मुस्लिमों को उनके खिलाफ भड़काती आई है कांग्रेस ने मुस्लिमो का कितना भला किया है यह तो मुस्लिमो के साथ साथ सारा देश भी देख रहा है देश की जनता ने ८४ के सिख दंगे को भी देखा है और सिखों के हत्यारे अभी भी कांग्रेस के साथ सत्ता के गलियारे में हीं घूम रहें हैं आज तक उनको कोई सजा यह सर्कार नही दिलवा पायी और तो और इस कांग्रेस की सर्कार ने लोकसभा पर हमला करने वाले अफजल गुरु और बम्बई में कत्ले आम करने वाले कसाब को भी बिरयानी खिलाकर पाल रहे हैं देश का कितना पैसा ऐसे हत्यारों को पालने में बर्बाद हो रहा है यह सरकार और कांग्रेस पहले इसका जवाब देश को दे तो अच्छा रहेगा और जो सबसे अहम् सवाल भाजपा में चल रहा अंतर्कलह उसके मुख्य बिपक्छी दल से सत्ताधारी मुद्दे पर विचार रखे जाने की अपेक्छा करने की बात है तो इस में मेरी राय में अगर बीजेपी पहले प्रमुख बिपक्छी दल बनकर दिखाए फिर बाकि तो अपने आप हो जायेगा अभी बीजेपी के लिए सुनहरा अवसर है क्यूंकि सरकार की जो हालत है वह सबको पता है आज यह सरकार जनता की हर समस्या से अनजान बनी हुयी है और एन केन प्रकारेण सत्ता में बने रहना चाहती है और उसे मुलायम और मायावती जैसे साथी मिल गए हैं धर्म निरापेक्छ का बिल्ला लगाये ये पार्टियाँ किसकी है यह जनता भी जानती है मुलायम को यूपी ने चुना है अब यूपी और पिछड़ जायेगा क्यूंकि मुलायम की पार्टी गुंडों की पार्टी है ऐसा कांग्रेस भी पिछले चुनाव के दौरान कहती थी और उसे साथ बिठाने में कांग्रेस को कोई गुरेज नहीं जब तक इस देश की राजनीती में यह सब चलेगा तब तक जनता को ऐसे ही कष्ट भुगतना पड़ेगा अब जनता को ही सोचना है वह अपने लिए कैसी सरकार चाहती है या तो संविधान में एक संशोधन लाना पड़ेगा मिली जुली सर्कार में एक बार आ गए तो ५ सालों तक उसके समरथन में रहना पड़ेगा उसमे सौदे बाजी नही चलनी चाहिए और वह भी केवल इसलिए की किसी नेता या पार्टी में दागी लोगों को सर्कार बचाती रहेगी क्यूंकि उसने सरकार को समर्थन दिया है शर्तों वाला समर्थन बंद होना चाहिए इससे जनता का भारी नुकसान हो रहा है अतः इस पूरे सवाल पर बीजेपी को ही आत्ममंथन करने की जरुरत है और अंतर्कलह को दूर रख मौके की नजाकत को समझना है फिर आगे का कदम उठाना है इस देश में जन्लोक्पल बिल जो जनता को न्याय दिलाने का कम करती उसको बनवाने में कोई पार्टी ने मजबूती से कदम नही उठाया इससे पार्टियों और नेताओं की छबि पर सवाल उठाना लाजमी है भ्रष्टाचार जैसे अहम् मुद्दे पर भी कोई ठोस कदम नही उठाये गए अभी ताजा तरीन कोयला घोटाला सामने आया है जिसमे सीबीआई सरकार से फाईल मांग रही है और उसे फाईल नही दी जा रही जिससे उसकी जांच की जा सके यहाँ तो अब साक्छ्यों को मिटाने का काम सर्कार ही करवा रही है फिर यह सर्कार दोषियों को सजा क्या दिलवाएगी इस सर्कार में भ्रष्टाचार और फुले फलेगा यह जग जाहिर हो चूका है अतः ऐसे में बीजेपी को पार्टी विथ डिफ़रेंस बनकर दिखाना ही उनके भले के लिए और देश के भले के लिए होगा

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